on page seo kaise kare full guide
on page seo kaise kare full guide
अब Blogging करना बहुत आसान नही रह गया है। अगर आप एक blogger है। तो आपको seo की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। बहुत से newbe गूगल में सर्च करते है। seo kya hai seo kaise kare, on page aur off page seo kaise kare, आज के इस article में आप seo करना सीख जाएंगे। अगर आपका ब्लॉग blogger पर है। तो इस post को अंत तक पढ़ते रहिये।
SEO(search engine optimization) दो प्रकार का होता है। off page seo और on page seo, अगर आप off page seo के बारे में नही जानते है। तो off page seo कैसे करें। जरूर पढ़े। इस article में आपको on page seo के बारे में detail में बताया जाएगा। अगर आप seo expert बन जाते है। तो बड़ी-बड़ी कंपनियां job offer करेंगी। अगर जॉब नही करना चाहते है। तो ब्लॉग्गिंग के king जरूर बन जाएंगे।
अगर आप blog post को google या अन्य किसी भी search engine रैंक कराना चाहते है। तो गूगल के algoritham यानि seo (search engine optimization) को समझना होगा। जितना जरूरी off page seo है। उतना ही आवश्यक on page seo है। इस post में आपको on page seo के बारे में बताया जाएगा। on page seo से आप अपने ब्लॉग post को optimize कर सकते है।
तो चलिए जानते है।
On Page SEO kya
On-Page SEO( Search Engine Optimization )का ही एक part है. On page seo ब्लॉग post को publish करने से पहले ही किया जाता है।
अगर हम आसान शब्दों मे बात करें तो seo में सारे method follow किया जाता है। जिससे हम अपने blog को search engine के first page के पहले नंबर पर रैंक करने के लिए use करते हैं उसे हम search engine optimization या SEO कहते हैं . और post या article लिखते हुए हम जिन SEO टेक्नीक्स को follow करते हैं उसे On-Page SEO कहते हैं. On-Page SEO मे अगर हम expert बन गए तो फिर हम अपने हर पोस्ट को सर्च इंजन के first page पर आसानी से rank करा सकते हैं।
Type of SEO Techniques
1. White hat seo
2. Black hat seo
हम आपको बता दे कि on page seo technique दो प्रकार की होती है। एक वह जो हर search engine की guidelines को follow करती है और दूसरी वह जो search engine की guidelines के opposite होती है जिसे white hat seo और black hat seo के नाम से जानते है।
बहुत सारे नए blogger जब इन दो seo technique के बारे में जानते तो उनका interest बढ़ जाता है परन्तु आपको tension लेने की कोई ज़रूरत नही है। क्योंकि हम आपको बिल्कुल आसान शब्दों में बताएंगे।
गूगल पर आपको white hat seo vs black hat seo की तो बहुत से अर्टिल्स मिल जाएंगे। परन्तु किसी ने भी white hat seo और black hat seo को अलग – अलग नही समझाया होगा। इसलिए इस Post में हम आपको white hat seo के बारे में बारे में बतायेगें ताकि नए blogger अच्छी तरह से seo technique के बारे में समझ सकें।
5. Proper Use of Heading and Sub-heading With Keywords.
on page seo का यूज करके बेहतर result पाने के लिए हम Headings का यूज करते हैं. H2,H3,H4 heading का proper यूज करके हम अपनी on page SEO को strong कर सकते हैं. Headings का repeatation बार बार ना करे.
कभी भी H1 heading का यूज अपने पोस्ट के अंदर ना करे. Title H1 heading title मे ही होता है.
Heading मे अपना focus keyword भी include करें। ये हमारे On Page SEO के लिए बहुत effective होता है. लेकिन ये ध्यान रखे की 50% से कम headings मे ही focus keyword का इस्तेमाल करे.
Note : आपको ये भी ध्यान मे रखना है की लिमिट से ज़्यादा keyword को Heading में इस्तेमाल न करें.
6. Image Optimization
images को हम अपने visitores को attract करने के लिए यूज करते हैं. image मे हम अपने पोस्ट के टॉपिक बिना लिखे ही डिस्क्राइब कर सकते हैं. यूजर perfectly optimize इमेज से समझ जाते हैं कि उन्हे जो इन्फर्मेशन चाहिए वह यहाँ उन्हे मिल जाएगी.
(a) Image title: post में यूज होने वाले इमेज title मे keyword का यूज करे. इससे ये फायदा है की search engine हमारे इमेज के टाइटल से कीवर्ड को पहचान लेता है और हमारे post को rank करने मे मदद मिलती है.
image का extention इस प्रकार से रखें
133569.jpg Negative SEO
on-page-seo kya-hai.jpg Positive SEO
(b) ALT Tag : इमेज title के साथ साथ alt tag लिखना भी हमारे post को SEO फ्रेंड्ली बनाता है। इसमे अपना focus keyword ज़रूर add करे.
(c) Image Size : इमेज साइज़ हमारे On-Page SEO के लिए जरूरी factor होता है. हम अपने आर्टिकल मे हमेशा image का इस्तेमाल करते ही हैं. इमेज की size कम से कम होनी चाहिए।
(d) Featured Image : अपने यूजर को यूज़र फ्रेंड्ली experience देने के लए अपने post मे फीचर्ड इमेज बनाकर डालें. Thumbnail के रूप मे जिस इमेज को हम use करते हैं उसे ही फीचर्ड इमेज कहते हैं.
7. Use Outbound and Internal Links
अपने artilce को और seo friendly ऑप्टिमाइज़ करने के लिए External और Internal लिंक्स का ज़रूरत के अनुसार use करे . जब हम अपने post मे किसी दूसरे website का link add करते हैं तो वह External लिंक और खुद के ब्लॉग पोस्ट का लिंक add करते हैं उसे Internal लिंक्स कहते हैं.
जब हम किसी दूसरे ब्लॉग या वेबसाइट का link अपनी पोस्ट मे add करते हैं तो इस तरह से हम उन्हे एक backlink देते हैं. जो उनके seo के लिए बहुत जरुरी होती है. साथ ही हमारी खुद की भी SEO strong होती है.
(a) Internal links : reader attraction बढ़ाने के लिए हम internal linking का use करते हैं. internal linking से हम user को ये शो करा देते हैं कि आप अगर एक फल आम की तलाश मे यहाँ आए हो तो आपको सारे फल fruits apple,banana, orange, etc. यहीं पर मिल मिल जाएंगे आपको कही और जाने की जरूरत नही है। इससे हम अपनी content की quality का पूरा use कर के landing page से यूज़र को बाकी दूसरे pages मे भी engage कर सकते हैं.
मान लीजिए मेरे एक post मे traffic बहुत ज़्यादा है बाकी post की तुलना मे तो उस post से हम दूसरे पोस्ट का लिंक add कर के ट्रॅफिक पा सकते हैं.
लेकिन याद रहे रिलेटेड पोस्ट को internal लिंक्स के रूप मे add करे.
(b) External Linking : जब हम अपनी post मे किसी दूसरी website को जोड़ते हैं तो इसे xternal linking बोलते हैं. मान लीजिये कि हमारी post मे हम Youtube की किसी फीचर के बारे मे लिख रहे हैं और उसकी कुछ info के लिए youtube हेल्प फोरम मे info दी हुई है तो उसका link हम अपने article मे add कर सकते हैं. और ये एसईओ फ्रेंड्ली है इससे कोई दिक्कत नही है. बल्कि इससे हमारी search engine की ranking बढ़ती है.
8. Long Content Post
google सर्च result मे फर्स्ट पेज पर रैंक करने के लिए जितना लम्बा हो सके उतना लम्बा article लिखें. आजकल तो बहुत से ऐसे भी blogger हैं जिनकी पोस्ट 2000 words की होती हैं और साथ में उनकी कंटेंट quality भी अच्छी होती है. तो अब आप समझ सकते हैं अगर आपको google के फर्स्ट पेज पर अच्छी rank पाना चाहते हैं तो आपको सभी पोस्ट को 2000 वर्ड्स से अधिक का लिखना होगा। साथ ही content quality भी अच्छी रखनी होगी.
लअगर आप उतना नही लिख सकते तो try करे की कम से कम 1000 words ज़रूर हो. अगर छोटे article होंगे तो google first पेज मे आने के chance कम होंगे.
इसके अलावा content की लम्बाई जितनी ज़्यादा होगी keywords की density आप उतनी अधिक रख सकते हैं. Density तो 2.5 % से कम ही रखना है लेकिन आपके keyword अधिक बार इस्तेमाल होंगे. इससे google को टॉपिक समझने मे उतनी ही आसानी होगी ये किस बारे मे है. इस तरह सर्च रिज़ल्ट मे higher रैंकिंग मिलने का chance अधिक रहेगा.
9. page Loading Speed
Google किसी blog पोस्ट को अपने सर्च रिज़ल्ट मे रैंक देने से पहले हर तरह से check करता है. Page की speed भी बहुत important factor में से एक है seo friendly blog के लिए। साथ ही on page seo के अंदर ये बहुत महत्वपूर्ण फैक्टर है.
Page की loading speed अच्छी रहती है तो google bots पोस्ट को जल्दी index करते हैं. अच्छी loading speed बेहतर यूज़र एक्सपीरियंस के लिए जरूरी होता है. Slow loading होने वाले ब्लॉग post को google सर्च रिज़ल्ट्स मे अच्छी rank नही देता है।
आप स्पीड increase करने वाले plugins का use कर सकते हैं.
Home page पर कम से कम content का use करें जैसे widgets, posts, links और images. Images की size इन्हें ऑप्टिमाइज़्ड करके रखे जिससे इमेज की साइज़ कम हो और fast loading हो।
Blog की template या थीम कम से कम codes का इस्तेमाल कर के लिखी गई हो और साथ ही responsive हो और fast loading होती हो।
10. Use Social Sharing Buttons
अगर हमारी content की quality अच्छी है तो फिर इसे social sharing buttons के ज़रिए भी हमारे reader हर जगह शेयर करेंगे। sharing का option ना रहने से कोई शेयर नही करेगा. सोशल शेयरिंग का इस्तेमाल करके हम अपने page व्यूज बढ़ा सकते हैं. Social site से आने वाले visitor जब हमारे page पर टाइम spent करते हैं तो गूगल को एक तरह से positive सिग्नल मिलता है.
wordpress यूजर बहुत ही आसानी से social शेयरिंग plugins को install करके इस तरह के शेयरिंग buttons enable कर सकते हैं.
11. use of related informative Video
आजकल लोग text content के साथ साथ media contents से ज़्यादा attract होते हैं। इसलिए article मे seo optimized videos भी add करे. अगर आप google analytics का इस्तेमाल करते हैं तो आपको मालूम होगा Bounce rate के बारे मे.
(a) Bounce rate : जब कोई visitor हमारे blog के landing page पर आकर बिना किसी दूसरे पेज पर गए बिना वापस चला जाता है तो इसे Bounce rate बोलते हैं.
(b) Time On Page : कोई विज़िटर हमारी blog पर जितना देर रुकता है उसे time on page कहते हैं.
Video कॉंटेंट add करने से हम readers को कुछ देर अपने पेज पर रोक सकते हैं इससे bounce rate reduce हो जाता है और साथ ही Time on page पेज बढ़ता है. जो कि हमारी search ranking को increase करता है.
जो भी video अपने पोस्ट मे add करे। वो उसी topic का वीडियो रूपांतरण होना चाहिए। जिससे user को और बेहतर experience हो और वह post मे टाइम ज़्यादा spend करे।
Google हर छोटी से छोटी बातों को भी notice करता रहता है और उन्हें अहमियत देता है। इसीलिए seo friendly पोस्ट लिखना बहुत ज़रूरी है साथ ही visitors जितनी देर पेज पर रुकेंगे ranking उतनी अच्छी मिलेगी.
Conclusion- आज के इस artilce में आपने पढ़ा कि seo kya hota hai on page seo kaise kare, on page से संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते है। तो कॉमेंट बॉक्स में पूछ सकते है। इस जानकारी को अपने नए blogger दोस्तों के साथ share करें।