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Gorilla glass kya hai aur isake fayde 2019

Gorilla glass kya hai aur isake fayde 2019

Gorilla glass kya hai aur isake fayde 2019

जब भी आप कोई नया मोबाइल खरीदते हैं तो उसके ऊपर लिखा होता है कि इसमें कौन से ग्लास की स्क्रीन के Protection दी गई है या कोई ऐसी क्लास की Protection दी गई है जो कि आपके मोबाइल में स्क्रेच नहीं आने देगी। तो आज हम बात करेंगे कि जो सबसे ज्यादा फोन में जो गिलास इस्तेमाल होता है gorilla glass कितनी Protection हमारे मोबाइल स्क्रीन को दे सकता है। तो उनके कॉमन नाम है gorilla glass और ड्रैगनट्रेल glass है। तो आज हम आपको बताएँगे की gorilla  glass और ड्रैगनट्रेल glass क्या होता है। इसके बारे में थोड़ी Information देंगे।

जब भी हमारे मोबाइल के स्क्रीन पर कोई कठोर चीज लगती है तो उसके ऊपर स्क्रैच आ जाते हैं। हमारे स्क्रीन पर कौन-कौन से पदार्थ से चीज से स्क्रैच आता है उसके बारे में जानने के लिए पहले उसकी कठोरता जानना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर कोई पदार्थ Hardness से ही पता है की वह स्क्रीन पर निशान करेगा या नहीं। यहां ऊपर आपको एक टेबल दिखाई गई है जिसमें कुछ पदार्थ की Hardness नंबर दिया गया है। इसमें जो पदार्थ Hardness के स्केल नंबर में जितना कम होगा उतनी ही उसकी Hardness कम होगी। जितना इसका नंबर बढ़ता जाएगा उसकी Hardness उतनी ही बढ़ती जाएगी तो इस हिसाब से इस टेबल में आपको कुछ चीजें बताई गई है जिनमें उनकी Hardness स्केल और उनको में जो Material आते हैं उनके बारे में बताया गया है। इसमें से सबसे कम Hardness वाला मेटेरियल प्लास्टिक होता है और सबसे ज्यादा Hardness वाला डायमंड होता है। क्योंकि डायमंड सबसे कठोर धातु है तो चलिए अब बात करते हैं कि gorilla glass और ड्रैगनट्रेल glass क्या है।
Gorilla Glass क्या है?

Gorilla glass kya hai aur isake fayde 2019 

gorilla glass एक कठोर और स्पेशल glass की ब्रांड है जिसको Corning कंपनी ने बनाया है। इस गिलास में पोटेशियम साल्ट को 400 डिग्री के तापमान पर पिघलाकर इसमें सोडियम आयन को बड़े पोटेशियम आयन से बादल कर और कठोर कर दिया जाता है इस से gorilla glass पर Crack नही बनता है। जिसका मतलब है कि यह ज्यादा जल्दी टूटता है। इस glass के अभी तक पांच वर्जन लॉन्च हो चुके हैं जिसे हम gorilla glass 1,2, 3, 4, 5 के नाम से जानते हैं यह सब Advance वर्जन है जिनमें केवल इतना ही डिफरेंस है कि उनकी मोटाई कम कर दी गई है जिससे कि gorilla glass  लचीला बन सके। जबकि उसके Hardness में कोई बदलाव नहीं होता है। इस ग्लास की Hardness का स्केल नंबर 6.5 है । आप ऊपर हमारे स्केल की टेबल में भी देख सकते हैं कि वहां पर गोरिल्ला ग्लास कर स्केल नंबर 6. 5 दिया गया है। इसका मतलब है कि इसमें इस से कम स्केल नंबर वाले मेटेरियल से स्क्रेच नहीं होगा। जैसे सिक्का चाकू इत्यादि।
ड्रैगनट्रेल glass क्या है
यह गिलास Asahi कंपनी ने बनाया है। यह ग्लास Thinness, Lightness और Damage Resistant का एक कंबीनेशन है यह बिल्कुल gorilla glass जैसा ही है बस नाम का ही फर्क है। बाकी इसकी Hardness स्केल और इसके मोटाई बिलकुल gorilla glass से मेल खाती है और यह ग्लास लावा जैसे स्मार्टफोन में देखने को मिलता है।
किस तरह के मेटेरियल इन glass पर असर नहीं करते हैं
gorilla glass और ड्रैगनट्रेल गिलास का Hardness Scale नंबर 6.5 है और इस से कम Hardness वाले मैटेरियल्स निशान नहीं कर पाएंगे। लेकिन अगर आप किसी भी रेतीली इलाके या समुद्री इलाके में जाते हैं तो वहाँ की मिट्टी से आपके मोबाइल पर निशान हो सकता है क्योंकि वहां पर पाए जाने वाली रेत का Hardness ज्यादा होती है। तो अगर आप ऐसी जगह पर जाते हैं और आपके मोबाइल पर मिट्टी पर जाती है तो उसके हटाते हुए वक्त आपके मोबाइल पर स्क्रैच आ सकता है।
क्या gorilla glass और ड्रैगन ट्रेल ग्लास पर स्क्रीन प्रोटेक्टर लगाना जरूरी है
अगर आपके मोबाइल में gorilla glass प्रोटेक्शन दी हुई है तो भी आप को इस स्क्रीन Lamination लगाना जरूरी है। क्योंकि अगर कभी भी स्क्रीन पर ज्यादा Hardness वाला कोई भी मेटेरियल गिरता है तो उसको स्क्रेच हो सकता है। इसलिए आपको स्क्रीन प्रोटेक्टर के लिए कोई प्लास्टिक वाला स्क्रीन गार्ड या कोई टेंपर गिलास का इस्तेमाल कर सकते हैं।

यह छोटी सी जानकारी है क्या gorilla glass और ड्रैगन ट्रेल ग्लास क्या है। तो आशा करता हूं कि आप को पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको उसके बारे में कुछ और जानना है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।