Bageshwar dham 2023
Bageshwar dham sarkar
परिचय – Bageshwar dham sarkar बागेश्वर धाम
Bageshwar dham (ओम बागेश्वराय नमः) जय हो बागेश्वर बालाजी जी, जय हो सन्यासी बाबा, जय हो धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री गुरूजी महाराज) कण कण में विष्णु बसे जन जन में श्रीराम प्राणों में माँ जानकी मन में बसे हनुमान.
सबसे पहले आप सभी भक्त जनो को सादर प्रणाम जैसा कि आप सभी Bageshwar dham और Bageshwar dham बालाजी के बारे में जानने की इच्छा लेकर इस ब्लॉग पर आये है तो आपको प्रभु हनुमान जी के इस दिव्य स्थल के बारे में विस्तृत जानकारी देने का प्रयास किया जायेगा. भक्त जनों Bageshwar dham स्थल करीब 300 साल पहले जिस मानव कल्याण और जनसेवा की परंपरा को सन्यासी बाबा ने शुरु किया था, अब इसी परंपरा को और आगे बढ़ा रहे हैं बालाजी महाराज के कृपा पात्र, श्री दादा गुरुजी महाराज के उत्तराधिकारी पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, जिसे पूरी दुनिया बागेश्वर धाम सरकार के नाम से संबोधत करती है। जबकि ऐसा नहीं है पूज्य महाराज जी कहते है कि मैं Bageshwar dham सरकार नहीं हूँ प्रभु Bageshwar बालाजी ही Bageshwar dham सरकार है भक्तों जनों का कष्ट हरने के लिए भगवान स्यंम धरती पर नहीं विराजते बल्कि अपने किसी दूत को अपने भक्त जनों के दुखो को हरने के लिए भेजते हैं। Bageshwar dham सरकार, बालाजी के वो भक्त हैं जिनपर उनकी असीम कृपा है। Bageshwar dham जो भी बालाजी महाराज की शरण में अपनी मनोकामना लेकर आता है, बालाजी महाराज अपने परम भक्त Bageshwar dham सरकार के माध्यम से उसे पूर्ण करवाते हैं।

Bageshwar dham sarkar
यदि आप वहा कभी नहीं गए है तो एक बार जरुर जाये यदि अप के पास कोई समस्या न भी हॉट तो भी उनके दर्शन एक बर जरुर करें. मै भी उत्तर प्रदेश गोरखपुर से Bageshwar dham गया था वहा जाने के बाद आपको एक दिव्य शक्ति की अनुभूति होगी. अगर आपकी श्रद्धा है तो जरूर दर्शन करें यदि आप कभी वहा गए है तो अपने अनुभव कमेन्ट बॉक्स में जरुर शेयर करे, बालाजी महाराज के आशीर्वाद से महाराज श्री बागेश्वर धाम सरकार की ख्याति की गवाही तो उनकी कथाओं और उनके दरबारों में भक्त जनों की भारी भीड़ से पता चलता है। महाराज Bageshwar dham के दर्शन और उनकी एक झलक पाने के लिए ना जाने कहां कहां से भक्त जन देशभर में हो रही इनकी कथाओं में पहुंचते हैं और उनकी दिव्यवाणी का श्रवण करते हैं।
4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में सरयूपारीय ब्रह्मण परिवार में पिता श्री रामकृपाल जी महाराज और भक्तिमति माता सरोज के परिवार में जन्मे पूज्य गुरुदेव का बचपन गरीबी और तंगहाली में बीता। हो सकता है ऐसा आपने भी सुना होगा आपको बता दें कि कर्मकांडी ब्राह्ण का परिवार था, तो पूजा पाठ में जो दक्षिणा मिल जाती थी उसी से 5 लोगों का परिवार चलता। ऐसे में पूज्य महाराज श्री को अपनी शिक्षा भी अधुरी छोड़नी पड़ी। तीन भाई-बहन में सबसे बड़े गुरुदेव का पूरा बचपन अपने परिवार के भरण-पोषण की व्यवस्था करने में ही गुज़र गया। एक जगह Bageshwar dham पूज्य श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी बताये है कि उनके पास भागवत का अध्ययन करने के लिए वृदावन जाना था लेकिन पैसे न होने के कारण वे जा न सके, तब बाद में किसी दोस्त ने उनकी मदद की थी, महाराज जी एक जगह और बताते बताते भावुक हो जाते है कि जब गाँव में किसी के घर शादी होती थी तब लोगो को शादी का कार्ड दिया जाता था गांव में सभी के पास और उनके चाचा जी के पास भी कार्ड आता था लेकिन इनके घर नहीं आता था, ये सिर्फ इसीलिए होता था कि इन लोगो के पास धन नहीं था , ऐसी भी स्थति थी और आज Bageshwar dham बालाजी की कृपा से धाम पर प्रतिदिन पाच से सात हजार भक्तो को अन्नपूर्णा दी जाती है
लेकिन एक दिन बालाजी महाराज की आज्ञा और कृपा से उन्हें उनके दादा जी श्री श्री 1008 दादा गुरु जी महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ और दादा गुरु के आशिर्वाद और आदेश से महाराज श्री बालाजी महाराज की सेवा में जुट गए। सन्यासी बाबा और इस धाम की महिमा को दुनिया भर में फैलाया और आज इसका नतीजा है धाम पर हर मंगलवार और शनिवार को पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं की भीड़। आप भक्त जनों को बताते चले कि यहा जो लोग अर्जी लगाते है उनकी मनोकामना जरुर पूरी होती है लेकिन श्रधा और विश्वास का होना जरुरी है आप Bageshwar बाला जी पर अपनी समस्या छोड़ दे उनकी कृपा जरुर हो जाएगी
जनकल्याण और समाज कल्याण के कार्यों के क्रम में जिस तरह से मानव जाति का कल्याण हो रहा है, इसके लिए युगों युगों तक गुरुदेव के संकल्प और उनकी कीर्ति याद रखी जाएगी। अपने लिए न जी कर दूसरों के लिए जीये, दूसरों के लिए कुछ करने के संकल्प के साथ अपना पूरा समय मानवता की सेवा में लगा दे, ऐसे महापुरुष संत को बारम बार नमन…
Bageshwar dham sarkar
पूज्य गुरुदेव के संकल्प
Bageshwar dham – बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पूज्य श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के संकल्पों ने समाज कल्याण और लोक कल्याण की एक अलग परिभाषा गढ़ी है। जो Bageshwar dham महाराजश्री के संकल्पों का जीता जागता उदाहरण है धाम परिसर में चल रही अन्नपूर्णा रसोई, धाम की चढ़ोत्री से प्रतिवर्ष गरीब और बेसहारा बेटियों का विवाह, वैदिक शिक्षा के लिए धाम परिसर में गुरुकुल, पर्यावरण संरक्षण के लिए देशभर में बागेश्वर बगिया, गौरक्षा के लिए नारा – गौशाला नहीं उपाय, एक हिन्दू एक गाय और बेसहारा बच्चों के लिए रहने खाने से लेकर शिक्षा की व्यवस्था करना….महाराज श्री के इन नेक संकल्पों में अब देश-विदेश के श्रद्धालु जुड़ते जा रहे हैं। इसके अलावा Bageshwar dham महाराज के द्वारा भारत का सबसे बड़ा केंसर अस्पताल इस धरा पर होने वाला है जो अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धी मानव कल्याण के लिए होगी
आप भी पूज्य गुरुदेव के संकल्पों से जुड़ें और सनातन धर्म की रक्षा एवं मानव सेवा में सहयोग कर पूण्य के भागी बनें…. भक्त जनों आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेन्ट बॉक्स में जरुर लिखे. जय बागेश्वर बाला जी